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आधार कार्ड बनाने के लिए अब दफ्तरों के चक्कर नहीं?

अब आधार बनाने के लिए दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने होंगे क्योंकि पासपोर्ट की तरह अब आधार कार्ड बनवाने के लिए भी ऑनलाइन पंजीकरण हो रहा है। आधार बनाने वाले पंजीकृतों केंद्रों पर ऑनलाइन पंजीकरण की पर्ची लेकर आने वालों को प्राथमिकता दी जा रही है। उन्हें कतार में नहीं लगना पड़ता है।
सभी योजनाओं और फॉर्म भरने में आधार अनिवार्य किए जाने के बाद इससे बनवाने के लिए पंजीकृत केंद्रों पर कतार शुरू हो गई। इससे बचने के लिए यूआईडीएआई ने अपने वेबसाइट पर पिछले माह ऑनलाइन नम्बर पंजीकरण की व्यवस्था शुरू की। हालांकि जानकारी के अभाव में केंद्रों पर अब भी लाइन लग रही है। मगर ऑनलाइन पंजीकरण की पर्ची लेकर जाने वालों को कतार में नहीं लगना पड़ेगा।
पश्चिमी डाक मंडल के अधीक्षक पीआर सरोज ने बताया कि यूआईडीएआई ने यह व्यवस्था शुरू की है। मगर अभी यहां के लिए कोई सलाट क्रिएट करने के लिए गाइडलाइन नहीं आई है। वैसे ऑनलाइन पर्ची निकालकर लेकर आने वालों को लाइन नहीं लगाना होता है। उनका आधार पहले बना दिया जाता है। यहां पर ऑनलाइन पंजीकरण कराने वाले चार लोगों का आधार कार्ड अब तक बन चुका है। उन्होंने बताया कि सलाट क्रिएट होने पर ऑनलाइन वालों के लिए अलग से समय निर्धारित किया जाएगा। उम्मीद है कि इसी माह गाइडलाइन आ जाएगा।
अधार बनवाने के लिए ऑनलाइन पर्ची लेने के लिए लोगों को यूआईडीएआई के पोर्टल पर पूरा डाटा भरना होता है। इसके बाद पर्ची मिलती है। आधार बनवाने के लिए आईडी प्रूफ एवं जन्म प्रमाण पत्र का प्रूफ देना होता है।
कैंट एवं विश्वेश्वरगंज प्रधान डाकघर में आधार बनवाने के लिए लोगों की सुबह से लाइन लगती है। जो जितना जल्दी आकर आधार के लिए फॉर्म ले लेता है। उसको सहूलियत होती है। दोनों डाकघरों में दो-दो मशीन हैं। जहां एक दिन में 30 से 40 आधार कार्ड बन पाता है। जबकि उप डाकघरों में केवल एक ही मशीन है। वहां 10 से 15 आधार कार्ड बन पाता है। यहीं हाल बैंकों में भी है।

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