भारत-चीन के सैनिकों के बीच 15 जून को लद्दाख की गलवान वैली में हुए हिंसक संघर्ष के बाद से ही दोनों देशों में तनाव बना हुआ है. भारत ने सोमवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए 59 चायनीज ऐप्स को यूजर्स के डेटा की सुरक्षा के लिए खतरा करार देते हुए बैन कर दिया है. उधर इस पूरे मामले में अमेरिका और ब्रिटेन ने भारत के प्रति एकजुटता जाहिर की है. ब्रिटेन ने जहां चीन के व्यवहार को धौंस वाला बताया है वहीं अमेरिका ने कहा है कि बीजिंग को हद में रहना चाहिए.
ब्रिटिश सांसदों ने भारत के साथ सीमा विवाद में चीन के “धौंस भरे व्यवहार” और कोविड-19 की देर से घोषणा किए जाने पर पर संसद में चिंता जताई है. इसके साथ ही सांसदों ने चीन पर ब्रिटेन की निर्भरता की आंतरिक समीक्षा किए जाने का आग्रह किया. कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद इयान डंकन स्मिथ ने शिनजियांग प्रांत में उइगर अल्पसंख्यक समुदाय के साथ चीनी सरकार के “दुर्व्यवहार” का मुद्दा सोमवार शाम को हाउस ऑफ कॉमन्स में जरूरी विषय के रूप में उठाया. स्मिथ ने सवाल किया कि मानवाधिकारों पर चीनी सरकार के भयावह रिकॉर्ड, हांगकांग में स्वतंत्रता पर हमला, दक्षिण चीन सागर से भारत तक के सीमा विवादों में उसका धौंस भरा व्यवहार, मुक्त बाजार को संचालित करने वाले नियमों की अवहेलना, कोविड-19 की देर से घोषणा आदि को देखते हुए क्या सरकार अब चीन पर ब्रिटेन की निर्भरता की आंतरिक समीक्षा शुरू करेगी.
ब्रिटेन-अमेरिका ने दिया भारत का साथ – धौंस दिखा रहा चीन
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