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लुधियाना : सेंट्रल जेल में पुलिस और कैदियों के बीच हिंसक झड़प

बताया जा रहा है कि 10 कैदियों ने जेल तोड़कर भागने की कोशिश की। इसमें से 5 को पुलिस ने पकड़ लिया, जबकि 5 कैदी फरार हो गए

बताया जा रहा है कि 10 कैदियों ने जेल तोड़कर भागने की कोशिश की। इसमें से 5 को पुलिस ने पकड़ लिया, जबकि 5 कैदी फरार हो गए

लुधियाना. लुधियाना सेंट्रल जेल में गुरुवार को कैदियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हो गई। इसमें एक कैदी की मौत हो गई। झड़प में एसीपी संदीप वढेरा समेत 17 पुलिसकर्मी और 15 कैदी जख्मी हो गए। बताया जा रहा है कि 10 कैदियों ने जेल तोड़कर भागने की कोशिश की। इसमें से 5 को पुलिस ने पकड़ लिया, जबकि 5 कैदी फरार हो गए। करीब दो घंटे बाद हालात पर पुलिस ने काबू पा लिया। फिलहाल जेल मंत्री ने इस पर विस्तृत जानकारी मांगी है और सब ठीक होने के बाद जेल का दौरा करने की बात कही है।

जानकारी के मुताबिक, यहां बुधवार रात सन्नी नाम के एक कैदी की मौत हो गई थी। इसके बाद से विवाद शुरू हुआ। गुरुवार सुबह तक यह विवाद बढ़ गया और कैदियों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। कैदियों ने जेल परिसर में खड़ी पुलिस की गाड़ी को भी आग लगा दी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सन्नी की तबीयत खराब होने की वजह से उसे अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। यहां से उसे पटियाला के लिए रेफर किया गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। कैदियों का आरोप है कि सन्नी की मौत पुलिस की पिटाई की वजह से हुई। बेकाबू हुए कैदियों की तरफ से पथराव, पुलिस की बंदूकें छीनकर फायरिंग और पुलिस की जवाबी फायरिंग के दौरान जहां दोनों तरफ के बहुत से लोग घायल हो गए, वहीं एक कैदी की मौत भी हो गई। बताया जाता है कि शहर के शिमलापुरी इलाके का रहने वाला अजीत नामक युवक मारपीट के मामले में कुछ महीनों से यहां जेल में बंद था। आज पुलिस की गोली उसके दिल पर लगी। आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टर्स ने कुछ देर के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।

इस घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे और फिर हालात पर काबू पा लिए जाने तक वहीं रहे जिले के डीसी रजित अग्रवाल ने कहा कि एक कैदी की नेचुरल डेथ के बाद जेल में कैदी भड़क गए। इन्होंने पुलिस पर हाई सिक्युरिटी जोन में ईंटों से हमला कर दिया। बात ज्यादा बिगड़ गई तो आसपास के इलाके से भी पुलिस बल बुलाना पड़ा। आखिर लगभग दो घंटे में हिंसा पर काबू पा लिया गया और सभी कैदियों को बैरकों में बंद कर दिया गया। मौतों और चोटिल हुए लोगों के बारे में डीसी ने कहा कि इस बात का पता पूरे विश्लेषण के बाद ही चल पाएगा। उधर, जेल मंत्री सुखजिंदर रंधावा ने सेंट्रल जेल में हुए घटनाक्रम पर एडीजीपी जेल रोहित चौधरी से जानकारी मांगी है। रंधावा ने कहा कि हाई प्रोफाइल जेलों में सीआरपीएफ लगाई जानी चाहिए। जेल के अंदर वर्क कल्चर खत्म हो गया है। जेल मंत्री ने कहा कि स्थिति पर नियंत्रण के लिए गोली जेल कर्मचारी ने चलाई। एक कैदी द्वारा घटनाक्रम को फेसबुक पर लाइव करने पर उन्होंने कहा कि जेल में मोबाइल होने से की बात से इन्कार नहीं किया जा सकता। जेल के अंदर इंटेलिजेंस विग स्थापित किया जाना चाहिए। इस संबंध में वह सीएम से बात करेंगे। इसके अलावा उन्होंने कहा कि हालात पूरी तरह नियंत्रण में होने के बाद वह जेल का दौरा करेंगे।

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