26 नवंबर 2008 को लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादियों ने मुंबई को बम धमाकों और गोलीबारी से दहला दिया था। इस आतंकी हमले को 11 साल हो गए है लेकिन यह भारत के इतिहास का वो काला दिन है जिसे कोई भूल नहीं सकता। हमले में 160 से ज्यादा लोग मारे गए थे और 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। मुंबई हमले को याद करके आज भी लोगों को दिल दहल उठता है।
26/11 के मुंबई आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान के खिलाफ जिनेवा में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। कार्यकर्ताओं ने हमलों में पाकिस्तान की भागीदारी के खिलाफ विरोध किया। प्रदर्शनकारियों में बलूच, सिंधी, पश्तून और गिलगित-बाल्टिस्तान के लोग शामिल थे। मुंबई में 26/11 का हमला 11 साल पहले हुआ था। हमला चार दिनों तक चला।
मुंबई आतंकी हमला: कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान के खिलाफ जिनेवा में किया विरोध
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